Saturday, September 12, 2009

जिसका जैसा मन होता है
वैसा ही दरपन होता है

छोटे से दिल में भी यारो
बहुत बडा आँगन होता है

प्यार न जिससे बांटा जाये
कितना वो निर्धन होता है

जब भी वो मिलता है हम से
पतझड़ भी सावन होता है

सुख दुःख में जो साथ निभाए
सच्चा वो बंधन होता है

2 comments:

Vinay said...

वाह वाह!
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Carbon Nanotube As Ideal Solar Cell

Arun Mittal "Adbhut" said...

सचमुच हास्य भी शंभू के लिए पीड़ा की अभिव्यक्ति है... वर्ना ऐसे अशआर कैसे हो पाते

जिसका जैसा मन होता है
वैसा ही दरपन होता है

छोटे से दिल में भी यारो
बहुत बडा आँगन होता है

प्यार न जिससे बांटा जाये
कितना वो निर्धन होता है


सादर

अरुण अद्भुत